2023 Mein Deepawali Kitni Tarikh Ki Hai ? दिवाली कितनी तारीख को है? 2023 में दीपावली कब है? दिवाली कब है? जानें इस बार दीपावली पर कौनसा संयोग बन रहा है ? लक्ष्मी पूजन का सही समय अर्थात शुभ मुहूर्त क्या होगा? लक्ष्मी जी की पूजा के लिए क्या-क्या जरूरी होता है? ऐसे बहुत से सवाल जैसे – 2023 me Deepavali kab hai, किस दिन छोटी दीपावली पड़ेगी? हमारे मन में आते होंगे। दिवाली अक्टूबर में भी होती है और नवंबर में भी इसकी तिथि पड़ जाती है। किन्तु इस बार 2023 में दीपावली नवम्बर महीने की 12 तारीख, दिन रविवार को है। चिंता किस बात की इन सभी सवालों के जवाब हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देंगे।
दीपावली की तारीख हर साल बदलती है क्योंकि इसे हिन्दू पंचांग के अनुसार मनाया जाता है। आमतौर पर दीपावली अक्टोबर और नवंबर के बीच मनाई जाती है।
इस बार क्या होगा ख़ास, दीपावली पर बनेगा शुभ संयोग ! Diwali 2023 सभी शुभ मुहूर्त समय देखने को मिलेंगे हमारी इस पोस्ट में बस थोड़ा सब्र रखिये
शुभ दीपावली का त्यौहार हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। मान्यता है कि इस दिन माँ लक्ष्मी का सभी के घरों में वास होता है। दीवाली का त्योहार धनतेरस से प्रारंभ होकर भैया दूज तक मनाया जाता है। यह पर्व 5 दिनों तक चलता है। Deepavali 2023 के शुभ मुहूर्त से सम्बंधित सभी जानकारी हमारे इस पेज के माध्यम से आपको दी जाएँगी। इस पेज के माध्यम से आपको 2023 me Dipawali Kitni Tarikh ko hai की पूरी जानकारी दी जाएगी, इसके लिए आपको पूरा आर्टिकल पढ़ना होगा।
2023 Me Deepawali kitni Tarikh Ko Hai | दिवाली 12 नवम्बर 2023, दिन रविवार को है।
दिवाली का पर्व हमारे जीवन में खुशियां लेकर आता है। दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। यह पांच दिन धनतेरस से प्रारंभ होते हैं और भाई दूज पर समाप्त होते हैं। पाँच दिनों तक दिवाली का त्यौहार वास्तव में मनाया जाता है। तीसरे दिन मुख्य त्यौहार भारत में अधिकांश स्थानों पर होते हैं। माता देवी लक्ष्मी प्राथमिक देवता हैं जिनकी पूजा आरती की जाती है। प्रत्येक दिन का एक विशेष महत्व है। हालांकि दीवाली, जिसे रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है, उत्तरी गोलार्ध (दक्षिण में वसंत) में हर साल शरद ऋतु में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू और सिख त्योहार है। इस पर्व पर भारत, गुयाना, मलेशिया, नेपाल, सिंगापुर और श्रीलंका में एक आधिकारिक अवकाश भी होता है।
रोशनी का त्योहार एक ऐसा समय है जहां हम बुराई पर अच्छाई की स्पष्ट जीत का जश्न मनाते हैं। दिवाली एक प्राचीन हिंदू अवकाश है, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, जिसे तीन हजार से अधिक वर्षों से मनाया जा रहा है। 2023 Me Deepavali kitni Tarikh Ko Hai ? दिवाली 2023 के नवम्बर महीने की 12 तारीख को है।
2023 में दिवाली कब है ?
आइए जानते हैं कि 2023 में दिवाली कब और कितनी तारीख को है? दिवाली हिन्दुओं का मुख्य पर्व है। इस दिन देवी लक्ष्मी जी की विशेष पूजा की जाती है। यह त्यौहार अक्टूबर या नवम्बर महीने में आता है। जब यह पर्व नजदीक आता है, सभी घरों में साफ़ सफाई का काम चालू हो जाता है। यह पर्व सुख, समृद्धि और वैभब का प्रतीक है। इस त्यौहार पर मान्यता है कि लक्ष्मी जी साक्षात् घरों में वास करने आती हैं। हिन्दू धर्म में लोग मानते हैं कि दीपावली के त्यौहार के बाद ठण्ड पड़ना प्रारम्भ हो जाती है। दीपावली पर माता लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि विधान से करने पर घर में धन की कमी दूर होती है और माता रानी का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है।
इस दिन सभी घरों में घी और तेल के दीपक जलाये जाते हैं और माता लक्ष्मी जी की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। इस दिन बहुत ही धूमधाम से पटाखे भी फोड़े जाते हैं। गॉंव के सभी छोटे बड़े लोग मिलकर दीपावली का त्यौहार मनाते हैं। सभी लोग हर्ष और उल्लास के साथ एक दूसरे को मिठाई भी बांटते हैं।
2023 में दीपावली पर पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है ?
दीपावली का त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। हमारे हिन्दू धर्म में पूजा से सम्बंधित जो भी कार्य होते हैं उनमे शुभ मुहूर्त का समय देखकर ही पूजा कराई जाती है। शुभ मुहूर्त का समय हम हिन्दू पंचांग में देखकर पता करते हैं या पंडित जी से पूजा का मुहूर्त समय निकलवा लेते हैं। दीपावली पर या किसी अन्य पर्व पर शुभ मुहूर्त का बहुत महत्व माना जाता है। 2023 में दीपावली का शुभ मुहूर्त अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02:44 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 02:56 मिनट तक होगा।
यह समय पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है। परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर माता लक्ष्मी की पूजा-आराधना करते हैं और उसके बाद प्रसाद का वितरण भी करते हैं। दिवाली पर माँ लक्ष्मी की पूजा करने के बाद उनकी आरती जरूर करनी चाहिए। इसके बाद घर के बच्चे और अन्य सभी सदस्य पटाखे और फुलझरी जला कर दीपावली का आनंद लेते हैं।
धनतेरस कब है 2023 में | 2023 में Dhanteras 10 नवम्बर को है
पहला दिन धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। धनतेरस का पर्व मनाने के पीछे मान्यता है कि कार्तिक मास की त्रियोदशी पर भगवान् विष्णु के अंशावतार भगवान धन्वंतरि समुन्द्र मंथन के दौरान हाथों में कलश लिए समुंद्र से प्रकट हुए थे। उनके प्रकट होने की ख़ुशी में ही हिन्दू धर्म में धनतेरस का त्योहार मनाया जाने लगा। दिवाली का पर्व सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह त्यौहार 5 दिनों तक चलता है। 2023 में धनतेरस कब है ? धनतेरस का पर्व 2023 में 10 नवंबर दिन शुक्रवार को है। दीपावली पर्व धनतेरस (पहला दिन) से प्रारंभ होता है और भैया दूज (पांचवा दिन) तक मनाया जाता है।
गोवर्धन पूजा कब है 2023 में ? 14 नवंबर 2023, मंगलवार को है।
हमारे हिन्दू धर्म में गोवर्धन पूजा का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन गोवर्धन पर्वत, गाय और भगवान कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व होता है। गोवर्धन पूजा 2023 में 14 नवंबर को है। गोवर्धन पूजा दीवाली के अगले दिन की जाती है। इस दिन गाय के गोबर से घर के आँगन में गोवर्धन, गाय, राधा-कृष्ण और अन्य मूर्तियां व घर के काम काज करते हुए औरत और उपस्थित अन्य सामानों की मूर्ति छोटी सी चाहर दीवारी के अंदर बनाई जाती हैं। गोवर्धन की पूजा शुभ मुहूर्त के अनुसार की जाती है।
भैया दूज का पर्व 2023 में कब है ? 15 नवंबर 2023 को है
भाई दूज का त्यौहार हिन्दू धर्म का प्रमुख त्यौहार है जिसे पूरे भारत में प्रमुखता के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भाई और बहन के बीच पवित्र रिश्ते, ख़ुशी, स्नेह और विश्वास का है। भैया दूज का त्यौहार कब है ? इस बार भाई दूज का पर्व 2023 में 15 नवंबर, दिन बुधवार को है। भैया दूज का त्योहार होने के साथ ही दिवाली का पर्व भी पूरा हो जाता है।
दीपावली का पर्व क्यों मनाया जाता है ?
दीपावली का त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। आपको हम बता रहे कि चंद्रमा के चक्र के आधार पर हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में दिवाली मनाई जाती है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत को भी दर्शाता है। मान्यता है कि भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास और लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापिस लौटे थे तब पूरे अयोध्या नगर में घी के दीपक जलाकर उनका स्वागत किया गया था। दीपक इस प्रकार से जलाये गये थे कि पूरी अयोध्या रौशनी में एक दुल्हन की तरह सज गयी थी। तब से यह रौशनी का पर्व दीपावली मनाया जाता है। सभी हिन्दू धर्म से सम्बंधित पर्व अपने सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं को मानकर मनाते हैं।
दिवाली पर्व पर ध्यान देने हेतु महत्वपूर्ण बिंदु –
दिवाली हर्षोल्लास का त्यौहार है। यह पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। वैसे तो सभी त्योहारों पर साफ़ सफाई जैसी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है किन्तु दीपावली पर बहुत सी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है –
- घर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। इससे घर में माता लक्ष्मी का वास होता है।
- दीपावली पर्व में माँ लक्ष्मी और कुबेर महारज की पूजा का विशेष महत्त्व होता है।
- सभी को मिलझुल कर दिवाली का त्यौहार मनाना चाहिए।
- पटाखे जलाते समय बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। हाथ में लेकर पटाखे न जलाएं।
- घर में भी पटाखे नहीं जलाना चाहिए, खुली जगह में पटाखे फोड़ें। तेज़ आवाज के पटाखों से बचना चाहिए।
FAQ: दीपावली 2023 से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
सन 2023 में दीपावली 12 नवंबर को है।
2023 में दिवाली रविवार को मनाई जाएगी।
इस बार 2023 में धनतेरस 14 नवंबर को है।
Sunday, 12 November 2023 ko hai .
भगवान गणेश जी, माता लक्ष्मी जी और कुबेर महाराज की।
2023 में दीवाली रविवार के दिन है।
2023 में भैया दूज 15 नवम्बर को है।
मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी सबके घरों में आती हैं और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं। इसीलिए लोग दीपावली को घरों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं।