69000 Shikshak Bharti:- हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश में हुई 69000 शिक्षक भर्ती की जो काफी विवादों में रही है और अभी भी कुछ प्रकरणों में विचाराधीन है। इस भर्ती के लिए सुपरटेट का आयोजन किया गया था जिसमे पासिंग मार्क्स 90/97 का रखा गया था। पासिंग मार्क्स को लेकर कोर्ट में लगभग 3 वर्षों तक मामला चला था जिसका फाइनल रिजल्ट उत्तर प्रदेश कोर्ट की डबल बैंच द्वारा निकला। उसके बाद यह सहायक अध्यापक भर्ती प्रारम्भ हुई और कुछ ही महीनों में यह भर्ती सरकार की तरफ से पूरी कर दी गई।
1 नम्बर से पास होने वाले छात्रों के लिए 69000 शिक्षक भर्ती में प्रत्यावेदन शुरू हो गए हैं। जो अभ्यर्थी याची थे वही प्रत्यावेदन कर सकते हैं। यह आवेदन मंगलवार से 19 जनवरी तक लिए गए। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि तक लगभग 3000 उम्मीदवारों ने प्रत्यावेदन किये हैं। अब समस्या यह है कि इनको नियुक्ति किस तरीके से दी जाएगी क्योंकि 69000 भर्ती की सभी सीटें पहले से ही भरी जा चुकी हैं।
इस लेख में हम सुपरटेट उत्तर कुंजी को लेकर जो विवाद चल रहा था उसके बारे में बता रहें है कि कैसे अभ्यर्थियों ने इस केस को लड़ा है और अंततः उनकी जीत हुई है। जिससे लगभग 1000 अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती में शामिल होंगे।
अभी भी 1 नम्बर से पास होने वाले विद्यार्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिले हैं। दूसरी तरफ आरक्षण वाले छात्रों की 6800 लिस्ट पर स्टे लगा हुआ है। 69000 पदों पर पहले ही भर्ती पूरी हो चुकी है। फिर कैसे यूपी सरकार इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति देगी ? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।
69000 Shikshak Bharti में चयन हेतु Notification हुआ जारी
शिक्षक भर्ती 69000 में उत्तर माला को लेकर चल रहे विवाद का फैसला सुप्रीम कोर्ट से हुआ है। अभ्यर्थियों को हाई कोर्ट से मिली जीत को सरकार पचा नहीं पायी और उसने एक स्पेशल अपील सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी थी। जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की स्पेशल अपील को खारिज कर दिया और हाई कोर्ट के फैसले को जायज बताया। इससे लगभग 1000 कैंडिडेट को शिक्षक भर्ती में चयन का रास्ता साफ़ हो गया। कोर्ट से 2 माह का समय मिला है इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के लिए। इसी के परिपेक्ष्य जो याचिकाकर्ता थे उनसे ऑनलाइन आवेदन मांगे जाने हेतु Notification जारी किया गया है जिसे आप हमारे इस पेज पर देख सकते हैं और विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं –
69000 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति का रास्ता साफ़
कहते हैं अगर प्रयास किया जाए तो सफल जरूर होता है। इसके लिए हमें मेहनत, धैर्य और दिमाग से काम लेने की जरुरत होती है। ऐसा ही हुआ है 69000 Shikshak Bharti में। जो उम्मीदवार 1 नम्बर से रह गए थे किन्तु उनके द्वारा दिया गया उत्तर सुपरटेट एग्जाम में सही था किन्तु PNP ने उस गलत प्रश्न को सही मानकर उत्तरकुंजी जारी कर दी थी। इससे वह अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में चले गए और एक लम्बे समय तक धैर्य के साथ अपने सपने को पूरा करने के लिए लड़ाई लड़ी और अंततः उन्हें उनके द्वारा किये गए प्रयास ने जीत दिलवाई।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 69000 अध्यापक भर्ती में लगभग 1000 अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ़ हो गया है। इससे न सिर्फ सत्य की जीत हुई बल्कि लगभग 1000 अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना भी पूरा होने वाला है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सरकार की तरफ से जल्द नोटिफिकेशन जारी करके इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का काम पूरा किया जायेगा।
क्या था उत्तर कुंजी विवाद
परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तरफ से जारी की गयी 69000 Super TET Answer Key से बहुत से अभ्यर्थी असंतुष्ट थे जिसको कुछ अभ्यर्थियों ने, जो 1 नम्बर से FAIL हो रहे थे, हाई कोर्ट में अपील दायर कर दी। सुपरटेट उत्तर कुंजी को लेकर कोर्ट में एक लम्बे समय तक बहस चली। हाईकोर्ट में अभ्यर्थियों ने 6 प्रश्नों को लेकर आपत्ति दर्ज की थी किन्तु कोर्ट ने 5 प्रश्नों पर सुनवाई से इंकार कर दिया था और 1 प्रश्न को गलत मानते हुए जिन अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी और 1 नम्बर से फेल हो रहे थे उनको 1 नम्बर देने का आदेश दिया
किन्तु सरकार ने कोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज कर दिया जहाँ सुप्रीम कोर्ट ने मामले को यह कहते हुए खारिज कर दिया की उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा 25 अगस्त 2021 को दिया गया फैसला सही था। साथ ही 9 नवंबर को दिए अपने आदेश में सरकार को आदेश दिया कि जिन अभ्यर्थियों ने याचिका दायर की थी उनको 1 नम्बर का लाभ दिया जाए और उनकी नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए। इसके बाद लगभग 1000 अभ्यर्थियों के शिक्षक बनने का सपना पूरा होने की उम्मीद जाग गई है।
किस प्रश्न पर मिला नम्बर
69000 शिक्षक भर्ती के लिए आयोजित सुपरटेट में जिस प्रश्न पर विवाद था वह A सीरीज कि बुकलेट में प्रश्न संख्या 60 पर था। प्रश्न कुछ इस प्रकार से था- शैक्षिक प्रशासन उपयुक्त विद्यार्थियों को उपयुक्त शिक्षकों द्वारा समुचित शिक्षा प्राप्त करने योग्य बनाता है। जिससे वे उपलब्ध अधिक साधनों का प्रयोग करके अपने प्रशिक्षण से सर्वोत्तम को प्राप्त करने में समर्थ हो सकें। यह परिभाषा दी गयी है। इस प्रश्न के चार विकल्प दिए गए थे जिसमें सभी गलत थे।
इस प्रश्न का सही उत्तर ग्राहम बाल्फोर है किन्तु परीक्षा नियामक प्राधिकारी के विशेषज्ञों ने प्रश्न के चार विकल्पों में दिए गए एक ऑप्शन वेलफेर ग्राह्म को सही माना था। इस प्रश्न पर हाईकोर्ट में बहस हुई और अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए सबूत और अभिलखों पर कोर्ट ने संज्ञान लिया जो एक सत्य थे। फिर कोर्ट से इस प्रश्न को कॉमन कर दिया गया और जिन्होंने याचिका दायर की थी उन्हें 1 नम्बर दिए जाने का सरकार को आदेश जारी किया।
69000 Shikshak Bharti से सम्बंधित कोर्ट में विचाराधीन याचिकाएं
अभी भी यह भर्ती विवादों से मुक्त नहीं हो पायी क्योंकि सरकार ने आरक्षण में गड़बड़ी की जो उसने यूपी विधानसभा इलेक्शन के समय पर खुद माना और उसकी विसंगतियों को दूर करने के लिए सरकार ने 69000 पदों से अलग 6800 पदों पर OBC और SC पदों पर नियुक्ति की लिस्ट अलग से जारी कर दी। जिस पर अन्य अभ्यर्थियों ने विरोध जताया और एक बार फिर से भर्ती कोर्ट में विचारधीन हो गयी जिसका फैसला अभी तक नहीं आया है कोर्ट ने 6800 शिक्षकों की लिस्ट पर स्टे दे रखा है।
एक और याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर कि जा चुकी है जो 69000 भर्ती के मूल विज्ञापन को लेकर दायर कि गयी है। जिसमें Bed वालों का ब्रिज कोर्स 2 साल के अंदर पूरा न किया जाना मुख्य है। क्योंकि NCTE ने बीएड को प्राइमरी में शामिल करने का फैसला लिया था और भर्ती में नियुक्ति तिथि से 6 माह का ब्रिज कोर्स 2 साल के अंतर्गत आवश्यक रूप से पूरा करना अनिवार्य किया था।
FAQs: भर्ती से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1:- 1 नम्बर से पास होने वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र कब दिए जायेंगे ?
उत्तर:– फिलहाल अभी तो उत्तर प्रदेश सरकार (PNP) द्वारा 1 नम्बर से पास होने वाले उम्मीदवारों से काउंसलिंग के लिए आवेदन मांग लिए गए हैं। अब PNP द्वारा प्रत्यावेदन लिस्ट पर विचार विमर्श किया जायेगा जिसके बाद मेरिट और कटऑफ जारी की जाएगी। उसके बाद ही सम्भव हो सकता है कि इन उम्मीदवारों को जोइनिंग लेटर मिल जाये।